

वर स्वागत का परिचय
वर स्वागत हिंदू विवाह की एक प्रमुख रस्म है, जिसमें दूल्हे और उसके परिवार का पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ सम्मानपूर्वक स्वागत किया जाता है। तिलक, आरती, फूलों की वर्षा और मंगल गीतों के साथ यह रस्म संपन्न होती है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा और शुभता का संचार होता है। आधुनिक समय में इसे और खास बनाने के लिए ग्रैंड एंट्री, म्यूजिक और विशेष डेकोरेशन जैसे नए ट्रेंड्स भी अपनाए जाते हैं।

वर स्वागत का महत्व
वर स्वागत विवाह की एक महत्वपूर्ण रस्म है, जो दूल्हे के प्रति सम्मान, प्रेम और आदर का प्रतीक है। तिलक, आरती और फूलों की वर्षा से शुभता और सौहार्द्र का संचार होता है। यह परंपरा दो परिवारों के बीच नए रिश्तों की मधुर शुरुआत को दर्शाती है, जिसे आज के समय में ग्रैंड एंट्री और म्यूजिक जैसे नए ट्रेंड्स के साथ और भी खास बनाया जाता है।

आधुनिक समय में वर स्वागत
आज के दौर में वर स्वागत पारंपरिक रस्मों के साथ-साथ नए ट्रेंड्स के अनुसार भी किया जाता है। रेड कार्पेट एंट्री, आतिशबाजी, म्यूजिकल बैंड और फ्लावर शावर जैसी चीजें इसे और खास बनाती हैं। हालांकि, इसका मूल उद्देश्य – दूल्हे और उसके परिवार को स्नेह और सम्मान देना – आज भी वही है।
